
भोपाल। कुख्यात ‘मछली’ परिवार द्वारा संचालित आपराधिक नेटवर्क पर व्यापक कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीमों ने बुधवार को लगभग 100 करोड़ रुपए मूल्य के कम से कम छह अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई अनंतपुरा कोकता में हुई, जहां 50 एकड़ से अधिक अतिक्रमित सरकारी भूमि पर विशाल निर्माण पाए गए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!ये संपत्तियां डीजे यासीन, उनके चाचा शाहवर और शारिक मछली और परिवार के अन्य सदस्यों की थीं। ध्वस्त की गई इमारतों में एक आलीशान फार्महाउस, विला, गोदाम, फ़ैक्टरी और एक अनधिकृत मदरसा भी शामिल था। अधिकारियों ने कहा कि ये संपत्तियां न केवल अवैध रूप से बनाई गई थीं, बल्कि ड्रग्स, आग्नेयास्त्रों और महिलाओं व नाबालिगों के यौन शोषण से जुड़े कार्यों के अड्डे भी थीं।
एसडीएम विनोक सोनकिया की देखरेख में सुबह-सुबह तोड़फोड़ अभियान शुरू हुआ, उनके साथ भारी पुलिस बल भी मौजूद था। ढांचों को गिराने के लिए लगभग 15 जेसीबी मशीनें लगाई गईं। शाम तक चले इस अभियान को आपराधिक गिरोहों की वित्तीय जड़ों को ध्वस्त करने और भू-माफिया गतिविधियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश देने के व्यापक अभियान का हिस्सा बताया गया। मछली व्यापार से लंबे समय से जुड़े इस परिवार ने कथित तौर पर राजनीतिक संबंधों का इस्तेमाल करके अवैध ज़मीन हड़पने, मादक पदार्थों की तस्करी और जबरन वसूली के ज़रिए एक साम्राज्य खड़ा किया।
अतिरिक्त डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि यासीन और शाहवर की गिरफ़्तारी के साथ पुलिस ने यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी की क्लिप सहित आपत्तिजनक वीडियो बरामद किए हैं, जिनसे आपराधिक गतिविधियों के पैमाने के बारे में और जानकारी मिल सकती है।
ये संपत्तियां ध्वस्त
शरीफ़ अहमद के बेटे शकील अहमद का खसरा संख्या 55 पर स्थित एक फार्महाउस सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से बना हुआ पाया गया। शरीफ अहमद के बेटे शारिक के स्वामित्व वाले 40,000 वर्गफीट के गोदाम को भी इसी तरह के उल्लंघन के लिए ध्वस्त कर दिया गया। शकील अहमद के स्वामित्व वाली सुमन फ़ार्म नामक एक अन्य अवैध संपत्ति को भी गिरा दिया गया।
सरफराज मोहम्मद खान के बेटे इरशाद अहमद द्वारा संचालित एक फैक्ट्री अतिक्रमित भूमि पर पाई गई और उसे ध्वस्त कर दिया गया। मुफ़्ती रईस अहमद खान के बेटे अता-उल-रहमान द्वारा निर्मित एक अनधिकृत मदरसा भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में शामिल था। सबसे प्रमुख इमारत तीन मंजिला हवेली थी, जिसका स्वामित्व शारिक अहमद उर्फ मछली, सोहेल अहमद और शफीक अहमद, तीनों शरीफ अहमद के बेटों के पास था।
शानदार जीवनशैली का खुलासा
अवैध होने के बावजूद ध्वस्त की गई इमारतों में उच्च स्तर की विलासिता झलकती थी। फार्महाउस और विला निजी स्विमिंग पूल, सीसीटीवी कैमरों से युक्त उच्च तकनीक वाली सुरक्षा प्रणालियां, आरसीसी आंतरिक सड़कें, सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट लाइटें और ताड़ के पेड़ों से लदे बगीचे से सुसज्जित थे। अधिकारियों ने कहा कि ये सुविधाएं आपराधिक तरीकों से अर्जित की गई संपत्ति की सीमा को दर्शाती हैं।
अहम डिजिटल साक्ष्य जब्त
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने शारिक मछली के फार्महाउस से कंप्यूटर हार्ड डिस्क और सीसीटीवी डीवीआर जब्त किए। अधिकारियों का मानना है कि डिजिटल फुटेज में नशीली दवाओं की तस्करी, हथियारों के प्रसार और यौन शोषण की घटनाओं के बारे में महत्वपूर्ण सुराग हो सकते हैं। पुलिस ने कहा कि बरामद किए गए कुछ वीडियो बिना सहमति के शूट किए गए थे और उनमें हिंसा, धमकियों और जबरन वसूली की घटनाएँ दिखाई गई थीं। डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।