
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने मंगलवार को यहां मीडियाकर्मियों को बताया कि इन विधानसभा क्षेत्रों में अप्रत्याशित वोट वृद्धि के बावजूद कांग्रेस 27 सीटों पर बहुत कम अंतर से हारी, जो मतदाता सूची में अनियमितताओं की ओर इशारा करता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के खुलासे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। मध्य प्रदेश भी इस सुनियोजित चुनावी षडयंत्र का एक बड़ा शिकार है। उन्होंने कहा कि राज्य के उन्हीं निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हार के अंतर से कहीं अधिक पाई गई।
सिंघार ने कहा कि चुनाव आयोग ने ‘गोपनीयता’ और ‘फ़ाइल आकार’ का हवाला देते हुए ऑनलाइन मतदाता सूचियों में तस्वीरें प्रकाशित करने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब सरकार ने अपनी योजनाओं का विज्ञापन किया, तो लाभार्थियों की तस्वीरें और वीडियो दस्तावेज़ों और विज्ञापनों में पूरी तरह से सार्वजनिक कर दिए गए।
सिंघार ने कहा, “जब भी मतदाता सूची में अनियमितताओं की बात सामने आती है, तो मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट या तो बंद हो जाती है या ‘वेबसाइट रखरखाव में है’ का नोटिस दिखाती है।”
5 जनवरी से 2 अगस्त, 2023 के बीच सात महीनों में राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या में लगभग 4.64 लाख की वृद्धि हुई, जबकि 2 अगस्त से 4 अक्टूबर के बीच केवल दो महीनों में 16.05 लाख मतदाताओं की अप्रत्याशित वृद्धि हुई। सिंघार ने कहा, “इसका मतलब है कि (2 अगस्त से 4 अक्टूबर के बीच) हर दिन 26,000 मतदाता जुड़े।”
मध्य प्रदेश में मतदान 17 नवंबर, 2023 को हुआ था। 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 163 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल 66 सीटें जीत पाई।