भोपाल। डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमिटी (DPC) की मीटिंग शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई, जिसमें पांच स्टेट पुलिस सर्विस (SPS) ऑफिसर्स को इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) में प्रमोट करने पर विचार किया गया। मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन, DGP कैलाश मकवाना और ACS होम शिव शेखर शुक्ला ने हिस्सा लिया और 15 ऑफिसर्स पर चर्चा हुई।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जिन पांच ऑफिसर्स के प्रमोट होने की उम्मीद है, उनमें विक्रांत मुराव, राजेश रघुवंशी, सुरेंद्र कुमार जैन, आशीष खरे और निमिषा पांडे शामिल हैं। अमृतलाल मीणा और सीताराम ससत्या के केस रोक दिए गए हैं।
पहले 12 सितंबर को होने वाली DPC को राज्य में पहली बार एक ऑफिसर के रिकॉर्ड पर विवाद होने के बाद कैंसिल कर दिया गया था। इसके बाद UPSC ने होम डिपार्टमेंट को पिछली DPC कैंसिल करने और नई DPC करने का निर्देश दिया था।
पहले हुई बातचीत में 1997 बैच के अमृतलाल मीणा समेत कुछ अधिकारियों की एलिजिबिलिटी, कॉन्फिडेंशियल रिकॉर्ड (ACRs) और जाति सर्टिफिकेट को लेकर आपत्तियां उठाई गई थीं।
पुलिस हेडक्वार्टर और होम डिपार्टमेंट ने सभी 15 अधिकारियों की ACRs की दोबारा जांच की और DGP और चीफ सेक्रेटरी के साथ नई दिल्ली में DPC की मीटिंग से पहले मीणा का मामला सुलझा लिया। अधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार जल्द ही पांच IPS अधिकारियों के नामों की घोषणा करेगी।
इन अधिकारियों के नामों पर किया गया विचार
1997 बैच के सीताराम सासत्या, अमृतलाल मीणा और विक्रांत मुराव, साथ ही 1998 बैच के सुरेंद्र कुमार जैन, आशीष खरे, राजेश रघुवंशी, निमिषा पांडे, राजेश कुमार मिश्रा, मलय जैन, अमित सक्सेना, मनीषा पाठक सोनी, सुमन गुर्जर, सव्यसाची सराफ, समर वर्मा और सत्येंद्र सिंह तोमर का नाम शामिल है।