
भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को पुनर्गठित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कृषि उपकरणों पर जीएसटी कम करने का फैसला किसानों के लिए वरदान साबित होगा और इससे उत्पादन में वृद्धि होगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भोपाल स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि जीएसटी में कटौती से किसानों को ट्रैक्टर, रोटावेटर, धान की बुवाई के उपकरण, स्प्रिंकलर, स्प्रेयर आदि की खरीद पर पैसे बचाने में मदद मिलेगी।
उदाहरण के लिए उन्होंने कहा कि अगर एक ट्रैक्टर की कीमत 9 लाख रुपए है, तो किसान कम से कम 65,000 रुपए बचा पाएंगे। ट्रैक्टर कंपनियां भी अपने उत्पाद की कीमतों में कमी की घोषणा करने के लिए आगे आई हैं।
जैविक खेती को बढ़ावा
इसी तरह, कृषि से जुड़े क्षेत्रों जैसे शहद उत्पादन, पशुपालन और मत्स्य पालन को भी जीएसटी से छूट दी गई है, और इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि दूध को जीएसटी से छूट मिलने से डेयरी क्षेत्र को भी आवश्यक बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि सीमेंट और लोहे पर जीएसटी कम कर दिया गया है, जिससे प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत घरों, स्कूलों और पंचायत भवनों के निर्माण की लागत कम हो जाएगी।
उर्वरक की कमी
मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में उर्वरक और यूरिया की कमी पर बोलते हुए, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उर्वरकों की कालाबाजारी और उन दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है जो किसानों को उर्वरक की बोरी के साथ कीटनाशकों की दो बोतलें खरीदने के लिए मजबूर करते हैं।