
भोपाल। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि NHRC ने एक शिकायत पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और इंदौर के जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी किया है। शिकायत में आरोप है कि अस्पताल में ‘चूहों के हमले’ से एक नवजात बच्ची की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस कथित घटना से संबंधित शिकायत के आधार पर 4 सितंबर को यह मामला दर्ज किया।
आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने अपने नोटिस में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शिकायत में लगाए गए आरोपों की जांच की जाए और आयोग को 10 दिनों के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपी जाए।
मामले की कार्यवाही के अनुसार, शिकायतकर्ता ‘नेटवर्क फॉर एक्सेस टू जस्टिस’ है। हाल ही में सरकारी महाराजा यशवंतराव अस्पताल के आईसीयू में चूहों द्वारा काटे जाने से दो नवजात बच्चियों की मौत की खबर सामने आई थी।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि “यह भयानक घटना गंभीर चिकित्सा लापरवाही और बुनियादी स्वच्छता और मरीज की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह से विफलता को दर्शाती है।”
कार्यवाही में कहा गया है कि इस तरह की “लापरवाही” न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में नागरिकों का विश्वास तोड़ती है, बल्कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन और स्वास्थ्य के अधिकार का गंभीर उल्लंघन भी है।
NHRC ने कहा कि शिकायत में लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया पीड़ितों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन प्रतीत होते हैं। कार्यवाही में कहा गया है, “रजिस्ट्री को मध्य प्रदेश सरकार, भोपाल के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव और इंदौर के डीएम को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें शिकायत में लगाए गए आरोपों की जांच करने और 10 दिनों के भीतर आयोग को कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।”