
भोपाल। कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने सोमवार को विधानसभा में कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री द्वारा 2018 से 2025 के बीच प्रस्तुत बेरोज़गारी के आंकड़ों पर सवाल उठाए। उन्होंने इस साल जून में पंजीकृत बेरोज़गार युवाओं की संख्या में भारी गिरावट पर आश्चर्य व्यक्त किया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में पंजीकृत बेरोज़गार युवाओं की संख्या 2018 में 26.82 लाख थी और 2023 में बढ़कर 33.13 लाख हो गई। हालांकि, जून 2025 तक यह संख्या कथित तौर पर घटकर 25.68 लाख रह गई, एक ऐसा आंकड़ा जिस पर ग्रेवाल ने संदेह जताया।
विधायक ने युवाओं को रोज़गार देने वाली महाराष्ट्र की एक कंपनी को भारी-भरकम राशि दिए जाने पर भी मंत्री से सवाल उठाया, जबकि कंपनी 25,000 उम्मीदवारों को रोज़गार सुनिश्चित करने का लक्ष्य हासिल करने में विफल रही।
ग्रेवाल ने बताया कि कंपनी ने 11,680 युवाओं को नौकरी दिलाने का दावा किया था, लेकिन केवल 4,433 नियुक्तियों का ही सत्यापन हो सका। विधायक ने आरोप लगाया कि विसंगतियों के बावजूद, राज्य सरकार ने कंपनी को 4.17 करोड़ रुपए का भुगतान किया। ग्रेवाल ने कहा कि कंपनी को दंडित करने के बजाय, सरकार ने भुगतान जारी कर दिया। उन्होंने ज़िम्मेदार अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की।
वर्ष पंजीकृत अभ्यर्थी
2018 26.81 लाख
2019 31.54 लाख
2020 24.72 लाख
2021 30.23 लाख
2022 30.64 लाख
2023 33.13 लाख
2024 26.18 लाख
25 जून तक 25.68 लाख
निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए ऑफर लेटर पाने वाले उम्मीदवार
2018-19 1.76 लाख
2019-20 4,219
2020-21 80,717
2021-22 1,21,178
2022-23 68,098
2023-24 52,846
2024-25 78,868
जून तक 30 26,082