भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपीबीएसई) नकल रोकने के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी करेगा। 2025-2026 सत्र के लिए राज्य भर के 200 परीक्षा केंद्रों में प्रत्येक कक्षा को कवर करते हुए कैमरे लगाए जाएंगे। यह पहली बार होगा, जब बोर्ड परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में आयोजित की जाएंगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पहले, केवल मौजूदा सीसीटीवी सिस्टम वाले स्कूलों को ही परीक्षा केंद्र के रूप में चुना जाता था, लेकिन ऐसे स्कूल बहुत कम हैं। इस समस्या से निपटने के लिए बोर्ड परीक्षा से पहले किराए के कैमरे लगाएगा और बाद में उन्हें हटा देगा। जल्द ही एक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से इस व्यवस्था की लागत निर्धारित की जाएगी। संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर सीसीटीवी अनिवार्य होगा, और चुनिंदा स्कूलों में बंद पड़े कैमरों को चालू किया जाएगा।
इस वर्ष वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी।
भोपाल स्थित एमपीबीएसई मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जहाँ से अधिकारी राज्य भर के सभी परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज की लाइव निगरानी कर सकेंगे। इस कदम से अधिकारी वास्तविक समय में परीक्षाओं पर कड़ी नजर रख सकेंगे, जिससे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या कदाचार को रोकने में मदद मिलेगी।
इस वर्ष प्रायोगिक आधार पर सीसीटीवी व्यवस्था लागू की जाएगी। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो बोर्ड अगले वर्ष से राज्य के सभी परीक्षा केंद्रों तक सीसीटीवी निगरानी का विस्तार करने की योजना बना रहा है।
वर्तमान में, लगभग 4,000 परीक्षा केंद्र स्थापित किए जाने की उम्मीद है, जहाँ इस वर्ष लगभग 18 लाख छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होंगे। साथ ही, बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सबसे पहले उन स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनमें शौचालय, उचित फर्नीचर, बिजली, स्वच्छ पेयजल, कंप्यूटर और प्रिंटर जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हों, ताकि परीक्षा के दौरान छात्रों के लिए एक सुचारू और व्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित हो सके।