रतलाम। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को रतलाम में उस समय तनावपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ा जब उनकी कार पर धाकड़ समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया।
यह घटना मांगरोल फंटे के पास हुई, जहां समुदाय के लोगों ने काले झंडे दिखाए और पटवारी के हालिया बयान पर अपना गुस्सा जताया। पथराव के दौरान उनकी कार का शीशा टूट गया, लेकिन पटवारी सुरक्षित बच निकलने में कामयाब रहे।
यह विरोध पटवारी की धाकड़ समुदाय के बारे में पहले की गई टिप्पणियों के कारण हुआ, जिन्हें कई लोगों ने आपत्तिजनक पाया था। समुदाय के लोग अपनी नाराज़गी व्यक्त करने के लिए एकत्रित हुए काले झंडे लिए और पथराव किया।
बाद में पटवारी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ धाकड़ नाम के एक भाजपा नेता का जिक्र किया था और उनका समुदाय को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने धाकड़ समुदाय के प्रति सम्मान व्यक्त किया और अगर उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो माफी मांगी।
पटवारी कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित वोट अधिकार यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने रतलाम आए थे। पुलिस ने पथराव की घटना से इनकार किया है, लेकिन उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि धाकड़ समुदाय ने काले झंडे दिखाए थे। यह पहली बार नहीं है जब पटवारी के बयानों ने विवाद खड़ा किया है। इससे पहले महिलाओं के शराब पीने संबंधी उनकी टिप्पणी के बाद राज्य भर में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।
कांग्रेस ने पटवारी पर हमले की निंदा की, आज विरोध प्रदर्शन करेगी
कांग्रेस ने रविवार को रतलाम जाते समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर हुए कथित हमले की निंदा की और इसे “लोकतंत्र पर हमला” करार दिया।
पार्टी नेताओं के अनुसार, पटवारी के काफिले को कथित तौर पर बीच रास्ते में एक भाजपा नेता ने निशाना बनाया। प्रदेश मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि यह घटना लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है। प्रवीण सक्सेना के नेतृत्व वाली जिला कांग्रेस इकाई ने घोषणा की है कि पार्टी सोमवार को मिंटो हॉल के पास गांधी प्रतिमा पर ‘अहिंसक’ प्रदर्शन करेगी।