
—मंत्री प्रहृलाद पटेल ने अधिकारियों को दिए निर्देश
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भोपाल। श्रम मंत्री प्रह्लाद पटेल ने माता-पिता की देखभाल से वंचित बच्चों और बाल श्रमिक के रूप में काम करने वाले बच्चों की संख्या जानने की मांग की है। पटेल ने अधिकारियों को ऐसे बच्चों की पहचान करने का निर्देश दिया है, ताकि उन्हें रखने के लिए एक केंद्र स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कोई माता-पिता की देखभाल से वंचित बच्चों को गोद नहीं लेता है, तो उन्हें सरकार की ओर से कोई सुविधा नहीं मिलती है।
मंत्री ने कहा, चूंकि उनकी जाति ज्ञात नहीं है, इसलिए ऐसे बच्चे आरक्षण से वंचित हैं। न ही उन्हें कोई अन्य सुविधा मिलती है। उन्होंने कहा कि बाल श्रमिकों को भी इसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि बाल श्रमिकों से काम करवाना कानूनन दंडनीय है, इसलिए बच्चे चोरी-छिपे काम करते हैं। मंत्री ने कहा कि जहां वे काम करते हैं, वहां कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता।
पटेल ने अधिकारियों को ऐसे बच्चों को पुनर्वास केंद्रों में रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो लोग नशे के आदी हो गए हैं, उन्हें नशा मुक्ति केंद्रों में भेजा जाना चाहिए। पटेल के अनुसार, अधिकारियों को बाल श्रमिकों के कल्याण के लिए किसी भी स्थान से एक पायलट परियोजना शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने साथ ही अधिकारियों को परित्यक्त बच्चों के बारे में डेटा एकत्र करने के लिए कहा गया है, ताकि उनके कल्याण के लिए एक नीति भी बनाई जा सके।