भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हाल ही में कफ सिरप से एक दर्जन से अधिक मासूमों की मौत ने प्रदेश की राजधानी भोपाल से लेकर दिल्ली तक सरकारों को हिला दिया है। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत हो गई। ऐसे में मध्य प्रदेश में ऐसी अमानक दवाओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। वहीं युवाओं में कफ सिरप के नशे के रूप में दुरुपयोग का एक और चलन उभर रहा है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!डॉक्टरों ने गंभीर चेतावनी जारी की है कि कफ सिरप के अत्यधिक और लंबे समय तक सेवन से किडनी और लिवर को गंभीर नुकसान हो सकता है। इन खतरों के बावजूद युवा इसे शराब के सस्ते विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
बिना डॉक्टर के पर्चा मेडिकल स्टोर में मिल रहा यह सिरप
यह सिरप, जो बिना डॉक्टर के पर्चे के ज्यादातर मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाता है, वह खासकर छात्रों और बेरोजगार युवाओं में एक लत बनता जा रहा है। नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर एक मेडिकल स्टोर के कर्मचारी ने बताया कि उनके नियमित खरीदारों में से बड़ी संख्या में युवा हैं, जो नशे के लिए कफ सिरप खरीदते हैं। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनमें से ज्यादातर भोपाल के बाहर से हैं और छात्र या मजदूर हैं जो इसे नशे की लत के रूप में नियमित रूप से लेते हैं।
इस बीच, यह शहर पूरे राज्य के लिए एक तेजी से महत्वपूर्ण आपूर्ति केंद्र बन गया है। पिछले कुछ वर्षों के पुलिस रिकॉर्ड एक पैटर्न का खुलासा करते हैं जो दर्शाता है कि कफ सिरप मुख्य रूप से भोपाल से आपूर्ति किए जाते हैं। इन सिरपों के अवैध व्यापार मार्ग, जिनमें अक्सर कोडीन फॉस्फेट या अन्य मादक तत्व होते हैं, भोपाल को मैहर, रीवा, सतना और छिंदवाड़ा जैसे जिलों से जोड़ते हैं, जहां कफ सिरप की लत तेजी से बढ़ रही है।
इंदौर पुलिस ने पकड़ी थी 1 करोड़ की कप सिरप और गोलियां
दरअसल, फरवरी 2025 में इंदौर पुलिस ने हनुमानगंज थाने के पास एक गोदाम पर छापा मारा और लगभग 1 करोड़ रुपए मूल्य की 5,240 बोतलें कफ सिरप और नशीली गोलियां जब्त कीं। तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया, जिन्होंने कबूल किया कि यह खेप भोपाल से आपूर्ति की जा रही थी।
भोपाल पुलिस ने भी किया था बड़े रैकेट का पर्दाफाश
एक साल पहले, फरवरी 2024 में, भोपाल की अपराध शाखा ने शाहजहानाबाद में एक और बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया था, जहां एक गोदाम में तब्दील घर से 25 लाख रुपए मूल्य के 127 कार्टन सिरप बरामद किए गए थे। मुख्य आरोपी, जिसकी पहचान अंकित बंग के रूप में हुई है, कथित तौर पर मैहर और आसपास के इलाकों सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में सिरप की आपूर्ति करता था।
रीवा में भी पकड़ी गई थीं सिरप की बोतलें
जून 2022 में रीवा पुलिस ने सिरप की 3,040 बोतलें जब्त कीं और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें से एक भोपाल का था, जिससे यह फिर से उजागर हुआ कि राजधानी ही मुख्य आपूर्ति केंद्र थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि कफ सिरप के लंबे समय तक इस्तेमाल से महत्वपूर्ण अंगों को दीर्घकालिक नुकसान हो सकता है, जिससे अपरिवर्तनीय स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि कफ सिरप और अन्य दवाओं का सेवन केवल चिकित्सक के पर्चे पर ही किया जाना चाहिए।