इस्लामाबाद। ट्रंप दुनिया के सामने पाकिस्तान को लाड़-प्यार करने का दिखावा कर सकते हैं, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। एक प्रमुख अमेरिकी हस्ती ने अमेरिका की नज़र में पाकिस्तान की हैसियत उजागर की है। उन्होंने बताया कि कैसे एक पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने अपने देश को अमेरिका के हाथों गिरवी रख दिया। यहाँ तक कि उन्होंने अपने देश के सबसे शक्तिशाली हथियार की चाबियाँ भी अमेरिका को सौंप दीं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!अमेरिका के हाथों बिक गए थे मुशर्रफ
पूर्व सीआईए अधिकारी जॉन किरियाको ने खुलासा किया कि पाकिस्तान की स्थिति इतनी खराब थी कि अमेरिका ने जनरल को ढेर सारे डॉलर देकर खरीद लिया था। मुशर्रफ तो अपना देश भी बेचने को तैयार थे। उन्होंने बताया कि उस समय अमेरिका को खुली छूट थी, वह जो चाहे कर सकता था क्योंकि पाकिस्तानी सरकार का जनता से कोई लेना-देना नहीं था।
आंतरिक हालात का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा अपनी सेना को खुश रखा है, चाहे जनता की परवाह ही क्यों न हो। पाकिस्तान भले ही ऊपरी तौर पर भारत के साथ शांति बनाए रखने की कोशिश करता हो, लेकिन असल में वह अपने पड़ोसी के खिलाफ आतंकवाद को धन और बढ़ावा देता है। किरियाको के अनुसार, 2001 में भारतीय संसद पर हमले के बाद, 2002 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध निश्चित था। इस दौरान परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की भी तैयारी चल रही थी।
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे जनता का शोषण करने वाले पाकिस्तानी राजनेता खुद ऐशो-आराम की ज़िंदगी जीते हैं। किरियाको के अनुसार, प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो ने उस दौर में एक आलीशान जीवनशैली का आनंद लिया जब पाकिस्तान भ्रष्टाचार में डूबा हुआ था और जनता भूख से मर रही थी। हालाँकि, आज भी हालात में ज़्यादा बदलाव नहीं आया है।