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सीहोर/भोपाल। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नेहा जैन ने आष्टा जनपद के पांच सब-इंजीनियरों और नौ ग्राम पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उन्होंने ई-केवाईसी, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण क्षेत्र) और जल गण संवर्धन योजना के काम में लापरवाही बरती।
जैन ने कहा कि अगर अधिकारी परियोजनाओं की प्रगति को बढ़ावा देने में विफल रहे, तो उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने गुरुवार को जनपद पंचायत के सभागार में एक बैठक में कारण बताओ नोटिस जारी किया।
उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग द्वारा शुरू की गई विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जल गंगा संवर्धन अभियान, आवास योजना, संपूर्ण ई-केवाईसी, नल जल योजना, वृक्षारोपण और अन्य परियोजनाओं को पूरा करने के निर्देश दिए।
जैन ने अधिकारियों को बिना किसी देरी के ई-केवाईसी का पूरा काम पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने वार्ड और गांव के हिसाब से काम की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वीकृत मकानों को पूरा किया जाना चाहिए।
जिन सचिवों को नोटिस जारी किए गए हैं, वे हकीमपुर, अरोलिया, जावर, सैंधोखेड़ी, शंभूखेड़ी, गुड़ाखेड़ी, गुराड़िया, बाजाप्ता, पिपल्या, सालारसी और बमुलिया किंची ग्राम पंचायतों के हैं।
उन्होंने कहा कि मानसून आने से पहले जल निकायों को बहाल करने का काम पूरा कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने जल गंगा संवर्धन अभियान में प्रगति न होने पर उपयंत्री अनिल गुप्ता, दीक्षा नागर, मयूर राठौर, अनिल खरे और संजीव गोस्वामी को कारण बताओ नोटिस जारी किए। बैठक में जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमित कुमार व्यास सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे।
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