एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
इस्लामाबाद. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों देशों के राजनेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) ने वास्तविक सीमा रेखा (एलओसी) के पास रहने वाले लोगों को खाने-पीने का सामान स्टॉक करने का निर्देश दिया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद यह अपील की गई है। पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर उल हक ने स्थानीय विधानसभा में कहा है कि एलओसी के पास स्थित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में दो महीने के लिए खाद्य आपूर्ति का भंडारण करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हक ने कहा कि क्षेत्रीय सरकार ने 13 निर्वाचन क्षेत्रों में खाद्य, दवाइयां और अन्य सभी बुनियादी आवश्यकताओं' की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक अरब रुपये का आपातकालीन कोष भी बनाया है।
बढ़ते तनाव के बीच बड़े फैसले
प्रधानमंत्री चौधरी अनवर ने बताया कि नियंत्रण रेखा से लगे इलाकों में सड़कों की मरम्मत के लिए सरकारी और निजी मशीनरी भी तैनात की जा रही है, इस बीच पीओके में एक हजार से अधिक मदरसे कम से कम 10 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि भारत की तरफ से हमले के डर की वजह से पीओके में स्थित मदरसों को बंद कर दिया गया।
पीएम मोदी ने दी है खुली छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सेना को पहलगाम हमले का जवाब देने के लिए 'पूर्ण स्वतंत्रता' दे दी है। बता दें कि आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल-पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में लोगों (ज्यादातर पर्यटक) पर अंधाधुंध गोलियां चला दी थीं। हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रतिबंधित आतंकवादी समूह 'लश्कर-ए-तैयबा' से जुड़े 'टीआरएफ' ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
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