
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को टीटी नगर दशहरा मैदान के आसपास से 30 से ज़्यादा लावारिस वाहन जब्त किए गए। इस दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। हालांकि, जिला प्रशासन, भोपाल नगर निगम (बीएमसी) और यातायात पुलिस ने सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!ज़्यादातर पुराने और क्षतिग्रस्त वाहन पांच महीने से ज़्यादा समय से सड़क किनारे खड़े थे, जिससे यातायात जाम और लोगों को असुविधा हो रही थी। मालिकों से बार-बार सार्वजनिक घोषणाओं के बावजूद वाहन वहीं खड़े रहे। जब अतिक्रमण टीम नगर निगम अधिकारी शैलेंद्र सिंह भदौरिया के नेतृत्व में यातायात पुलिस और करीब 10 क्रेन के साथ पहुंची, तो स्थिति और बिगड़ गई। अभियान को स्थानीय मैकेनिकों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिससे कुछ देर के लिए हंगामा हुआ। हालांकि, तीन घंटे के भीतर करीब 28 वाहनों को हटाकर दशहरा मैदान के पास बेसमेंट में शिफ्ट कर दिया गया। जब्त किए गए वाहनों को अब यातायात पुलिस को सौंप दिया गया है।
यह अभियान भोपाल के सांसद आलोक शर्मा द्वारा सड़क किनारे अतिक्रमण के कारण बढ़ती यातायात अव्यवस्था के बारे में उठाई गई चिंताओं के बाद शुरू किया गया है। इसके जवाब में जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने एसडीएम और तहसीलदारों को अपने क्षेत्रों में इसी तरह की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। 20 जून से शुरू हुए 15 दिवसीय अभियान का उद्देश्य परित्यक्त वाहनों को हटाना और उनके भंडारण के लिए निर्दिष्ट ट्रेंचिंग यार्ड स्थापित करना है।
एसडीएम अर्चना शर्मा ने कहा कि बेतरतीब ढंग से पार्क किए गए वाहनों के कारण दुर्घटनाओं और यातायात बाधाओं के जोखिम का हवाला देते हुए पूरे शहर में संयुक्त अभियान की तत्काल आवश्यकता है। शर्मा ने आगे कहा कि प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जब तक सभी प्रमुख सड़कें साफ नहीं हो जातीं, तब तक कार्रवाई जारी रहेगी।