भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा ने देश में आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर बुधवार को पूरे प्रदेश में सेमिनार आयोजित किए। भोपाल में केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने आपातकाल घोषित करने के लिए कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आलोचना की।
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पाटिल ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का एक काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उस दौरान सभी को कुचलने की कोशिश की थी।
राज नारायण की याचिका पर अदालत द्वारा इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करने के बाद उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए आपातकाल की घोषणा की। पाटिल ने कहा कि संविधान में आस्था न रखने वाले लोग इस पवित्र पुस्तक को हाथ में लेकर चलते हैं।
पाटिल ने कहा कि भाजपा के किसी भी नेता ने संविधान को हाथ में लेकर शपथ नहीं ली, बल्कि वे संविधान के अनुसार काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान का पालन नहीं करते वे ही संविधान को हाथ में लेकर चलते हैं।
पाटिल के अनुसार, इंदिरा गांधी के बेटे के पास कोई पद नहीं था, लेकिन उन्होंने तानाशाह की तरह काम किया। पाटिल ने आगे कहा कि आपातकाल के दौरान सरकार ने प्रेस को दबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कई पत्रकारों को भी जेल में डाल दिया गया था, उन्होंने कहा कि गांधी परिवार सत्ता नहीं छोड़ना चाहता था। उन्होंने कहा कि आपातकाल का खामियाजा भुगतने वाले ही जानते हैं कि यह कैसा था।
आपातकाल के खिलाफ लड़ाई के बाद मिली असली आजादी : वीडी शर्मा
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि देश को असली आजादी तब मिली जब लोगों ने आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी। भाजपा नेता तपन भौमिक ने आपातकाल के दौरान कांग्रेस द्वारा दी गई यातनाओं के बारे में बात की, जब जनसंघ के सभी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था। हर जिले में भाजपा नेताओं ने आपातकाल के बारे में अपनी बातें रखीं।