
—सीएम की पसंद और सीएस के फॉर्मूले में फंसी तबादला सूची
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भोपाल। मध्य प्रदेश में आईएएस अधिकारियों के तबादलों की सूची मुख्यमंत्री मोहन यादव की पसंद और मुख्य सचिव अनुराग जैन के 360 डिग्री फॉर्मूले के बीच फंस गई है।
यादव जिन अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभागों और फील्ड में भेजना चाहते हैं, वे जैन के फॉर्मूले में फिट नहीं बैठते। मुख्य सचिव का पदभार संभालने के बाद जैन ने 360 डिग्री फीडबैक फॉर्मूला बनाया है।
फॉर्मूले के मुताबिक, किसी अधिकारी को महत्वपूर्ण विभाग में पदस्थ करने से पहले उसके समकक्षों से उसके बारे में फीडबैक लिया जाता है, जिनके साथ उसने काम किया है। जिन अधिकारियों से फीडबैक लिया जाता है, वे उस अधिकारी से वरिष्ठ या कनिष्ठ हो सकते हैं, जिसके बारे में जानकारी ली जाती है।
अधिकारियों के अलावा अन्य लोगों से भी फीडबैक लिया जाता है। सूचना के आधार पर किसी अधिकारी का नाम किसी महत्वपूर्ण विभाग में पोस्टिंग के लिए सीएस और सीएम को सुझाया जाता है।
दूसरी ओर सीएम ऐसे अधिकारियों को पोस्ट करना चाहते हैं जो परिणाम दे सकें। राज्य सरकार ने डेढ़ साल पूरे कर लिए हैं। अब विभागों को उन परियोजनाओं का परिणाम देना है, जो उन्होंने शुरू की हैं।
यादव उन अधिकारियों को लाना चाहते हैं जो सीधे जन कल्याण से जुड़े विभागों में तेजी से काम कर सकें। दोनों ने कुछ विभागों से कुछ अधिकारियों को स्थानांतरित करने पर सहमति जताई है, लेकिन सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि उन अधिकारियों के स्थान पर किसे पोस्ट किया जाए।
कुछ अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के विभाग बदलने की चर्चा है, लेकिन तबादलों की सूची अभी घोषित नहीं हुई है।
अधिकारियों को जिला कलेक्टर के पद पर तैनात करने में भी इसी तरह की दिक्कतें आ रही हैं। कई नामों पर चर्चा हो रही है, लेकिन जिलों में किसे तैनात किया जाएगा, इस पर सरकार अभी फैसला नहीं ले पाई है।