
भोपाल। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा के बीच जंगल में अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर तीखी बहस हुई। मंत्री ने पूछा, जब हमारी वन विभाग की टीम कार्रवाई करती है, तो आपको (शर्मा को) समस्या क्यों होती है? अगर हम वन भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, तो उसका समर्थन करें। जब वन विभाग की टीम अतिक्रमण हटा रही है, तो आपको समस्या क्यों होती है?” भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि “अतिक्रमणकारी मंत्री के दोस्त हैं।”
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यह बहस प्रश्नकाल के दौरान हुई, जब शर्मा ने विदिशा में सामान्य वन प्रभाग के कंपार्टमेंट 358, 359, 360 और 361 में अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। शर्मा जब अपना प्रश्न पूछ रहे थे, तभी कांग्रेस विधायक सोहनलाल वाल्मीक ने उन्हें ज़ोर से बोलने के लिए कहा, जो मंत्री को रास नहीं आया और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई।
आरोपों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि शिकायत और जांच के बाद चार वन अधिकारी अनियमितताओं के दोषी पाए गए और सरकार ने उनसे 57.24 लाख रुपये की वसूली के आदेश दिए हैं। मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि 65 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले, विभाग ने 133 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण की पहचान की थी और बाद में 368 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण हटा दिया गया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि वन विभाग की टीम सभी अतिक्रमणों को ईमानदारी से हटा रही है। मंत्री ने चारों वन क्षेत्रों में किए जा रहे वृक्षारोपण की जानकारी भी साझा की।