भोपाल। राजधानी में डीएसपी केतन अडलक के साले की डंडे से पीट-पीटकर हत्या करने वाले कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य के खिलाफ शनिवार सुबह हत्या का मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों आरोपी कांस्टेबलों को कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। एफआईआर से पहले पुलिस ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जानकारी के मुताबिक, बैंक कॉलोनी बाग दिलकुशा निवासी राजकुमार का बेटा उदित गायकी (22) इंजीनियर था। उसके पिता एमपीईबी में सहायक इंजीनियर हैं, जबकि उसकी मां संगीता सेमरा के एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उदित माता-पिता का इकलौता बेटा था, उसकी दो बड़ी बहनें हैं। एक की शादी डीएसपी केतन अडलक के साथ हुई है, जो फिलहाल बालाघाट हॉक फोर्स में पदस्थ हैं।
गुरुवार रात उदित अपने दोस्तों अक्षत भार्गव और दीपक बरकड़े के साथ इंद्रपुरी में बीयर पार्टी कर रहा था। चार्ली में तैनात कांस्टेबल संतोष बामनिया और कांस्टेबल सौरभ आर्य ने तीनों को पकड़ लिया। इस दौरान दोनों पुलिसकर्मियों ने पहले उदित को नंगा किया और फिर लाठियों से पीटा। उसके दोस्त उसे साईं अस्पताल ले गए, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे एम्स रेफर कर दिया गया।
एम्स में कुछ घंटों के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। आरोपी पुलिसकर्मियों ने दस हज़ार रुपये की भी माँग की। पैसे न मिलने पर दबाव बनाने के लिए केतन की पिटाई की गई। डीसीपी ज़ोन-2 विवेक सिंह ने बताया कि दोनों कांस्टेबलों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पुलिस ने शुक्रवार को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जब्त कर ली। इसे जांच में अहम सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। इसे हत्या के सबूत के तौर पर अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने हत्या के मामले में उसके दोस्तों को भी गवाह बनाया है। दोनों के बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना के बाद से आरोपी कांस्टेबल लापता है, लेकिन जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिजनों के मुताबिक, उदित ने सीहोर के एक कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। पिछले महीने ही उसकी नौकरी लगी थी। वह छह दिन की छुट्टी लेकर भोपाल आया था। शुक्रवार को वह दोस्तों के साथ सीहोर के एक कॉलेज में डिग्री लेने गया था। उसे अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री एक कंपनी में जमा करनी थी।
वह दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताना चाहता था और उनके साथ पार्टी कर रहा था। हाथों में बीयर लिए युवकों को देखकर पुलिसकर्मियों ने उन पर दबाव बनाया। उन्होंने उसे जेल भेजने या दस हज़ार रुपये मांगने की धमकी दी। विरोध करने पर उदित की बेरहमी से पिटाई की गई।