
नई दिल्ली। लाखों लोगों को बड़ी राहत देते हुए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अग्रिम दावों (एएसएसी) के लिए ऑटो-सेटलमेंट सीमा को 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया है; श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस कदम से मैन्युअल सत्यापन की आवश्यकता के बिना राशि की निकासी संभव हो सकेगी।
ईपीएफओ ने अपने सदस्यों को त्वरित वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कोविड-19 महामारी के दौरान पहली बार अग्रिम दावों के ऑटो-सेटलमेंट की शुरुआत की थी। मंडाविया ने कहा, “ईपीएफओ दावों के ऑटो सेटलमेंट की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है। ऐसे दावों को वर्तमान में ऑटो दावों की प्रक्रिया की तरह तीन दिनों के भीतर मंजूरी मिल जाएगी।”
X सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट में मंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के तहत एक और “जन-केंद्रित कदम” है। मंडाविया ने कहा, “EPFO ने अग्रिम दावों के लिए ऑटो-सेटलमेंट सीमा को 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया है, जिसमें अब 72 घंटों के भीतर फास्ट-ट्रैक डिस्बर्सल है।”
इस साल मार्च में सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टीज़ की कार्यकारी समिति (EC) ने ASAC सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी थी। ऑटो-सेटलमेंट सीमा में वृद्धि के साथ, सदस्य तुरंत 5 लाख रुपए तक की राशि निकाल सकते हैं। मई 2024 में ASAC की सीमा 50,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी गई।
मंत्री के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2025-26 के पहले ढाई महीनों में EPFO ने 76.52 लाख दावों का स्वतः निपटारा किया है, जो अब तक निपटाए गए सभी अग्रिम दावों का 70 प्रतिशत है। इस साल अप्रैल में EPFO ने 19.14 लाख नए सदस्य जोड़े। यह आंकड़ा मार्च की तुलना में 31.31 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।
आंकड़ों का एक उल्लेखनीय पहलू 18-25 आयु वर्ग के युवाओं का प्रभुत्व है, जो अपनी पहली नौकरी में हैं। ईपीएफओ ने 18-25 आयु वर्ग में 4.89 लाख नए ग्राहक जोड़े, जो इस साल अप्रैल में जोड़े गए कुल नए ग्राहकों का 57.67 प्रतिशत है।
इस महीने में जोड़े गए 18-25 आयु वर्ग के नए ग्राहकों की संख्या पिछले महीने मार्च 2025 की तुलना में 10.05 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अप्रैल में लगभग 2.45 लाख नई महिला ग्राहक ईपीएफओ में शामिल हुईं, जो पिछले महीने की तुलना में 17.63 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।