
अहमदाबाद। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने सोमवार को कहा कि उसे सोनप्रयाग को केदारनाथ से जोड़ने वाली प्रतिष्ठित रोपवे परियोजना के निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल) से लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) मिल गया है। इस परियोजना पर कुल 4,081 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कंपनी की पहली रोपवे परियोजना, जो छह वर्षों में पूरी होगी, एईएल के सड़क, मेट्रो, रेल और जल (आरएमआरडब्ल्यू) प्रभाग द्वारा क्रियान्वित की जाएगी। 12.9 किलोमीटर लंबी यह रोपवे परियोजना चालू होने के बाद, यात्रा का समय 9 घंटे की कठिन यात्रा से घटकर केवल 36 मिनट रह जाएगा, जिससे तीर्थयात्रा कहीं अधिक आसान और सुरक्षित हो जाएगी।
यह रोपवे प्रति घंटे प्रत्येक दिशा में 1,800 यात्रियों को ले जाने में सक्षम होगा, जिससे हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को सेवा मिलेगी। अदाणी पोर्टफोलियो के प्रमुख इनक्यूबेटर के अनुसार, केदारनाथ में प्रतिवर्ष लगभग 20 लाख तीर्थयात्री आते हैं, जो इस परियोजना के महत्व को दर्शाता है।
यह रोपवे राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा है। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर विकसित इस परियोजना को पूरा होने में छह वर्ष लगेंगे और निर्माण के बाद 29 वर्षों तक एईएल इसका संचालन करेगा। कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ, इस परियोजना से क्षेत्र में रोज़गार सृजन और पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने कहा, “केदारनाथ रोपवे एक इंजीनियरिंग परियोजना से कहीं बढ़कर है, यह भक्ति और आधुनिक बुनियादी ढाँचे के बीच एक सेतु है।” गौतम अदाणी ने कहा, “इस पवित्र यात्रा को सुरक्षित, तेज़ और अधिक सुलभ बनाकर, हम लाखों लोगों की आस्था का सम्मान करते हैं और साथ ही एनएचएलएमएल और उत्तराखंड सरकार के साथ अपनी साझेदारी के माध्यम से उत्तराखंड के लोगों के लिए नए अवसर पैदा करते हैं। यह प्रतिष्ठित परियोजना बुनियादी ढाँचे के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो न केवल राष्ट्र की सेवा करती है बल्कि इसके लोगों का उत्थान भी करती है।”
पिछले कुछ वर्षों में अदाणी एंटरप्राइजेज ने उभरते बुनियादी ढाँचे के व्यवसायों के निर्माण, राष्ट्र निर्माण में योगदान देने और उन्हें अलग-अलग सूचीबद्ध संस्थाओं में विनिवेश करने पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके रणनीतिक व्यावसायिक निवेशों की अगली पीढ़ी हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र, हवाई अड्डा प्रबंधन, डेटा सेंटर, सड़कों और तांबा व पेट्रोकेमिकल जैसे प्राथमिक उद्योगों पर केंद्रित है,जिनमें से सभी में मूल्य संवर्धन की महत्वपूर्ण गुंजाइश है।