
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी के बाहरी इलाके में लगभग चार से पांच शहरी बाघों की आवाजाही की खबरें नियमित अंतराल पर आ रही हैं, जिससे वन अधिकारी सतर्क हो गए हैं। हाल ही में एक शैक्षणिक संस्थान के पास बाघ की आवाजाही ने खलबली मचा दी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!वन विभाग का लक्ष्य शहर के बाहरी इलाकों की ओर शहरी बाघों की आवाजाही को रोकने के लिए जंगल क्षेत्र में बाड़ लगाना है, लेकिन ये प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।
दरअसल, राजधानी भोपाल के समीप वन क्षेत्र इतना विशाल है कि पूरी तरह से बाड़ लगाना संभव नहीं है। जिला वन अधिकारी लोकप्रिया भारती के मुताबिक अब तक लगभग 6 किलोमीटर वन क्षेत्र को बाड़ से घेर दिया गया है, जबकि शेष हिस्से के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा।
शहरी बाघों से उत्पन्न चुनौती से निपटने के लिए वन विभाग, भोपाल नगर निगम, स्थानीय निवासियों और वन क्षेत्रों के आसपास स्थित संस्थानों सहित सभी हितधारकों से सहयोग मांग रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बीएमसी को उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, जबकि लोगों को रात में जंगल में न जाने की सलाह दी गई है।
हाल ही में एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान के पास एक शहरी बाघ देखा गया, जिससे कर्मचारियों के परिवारों और छात्रावास निवासियों में दहशत फैल गई। इस बाघ ने एक युवक पर हमला किया था, जिसे सौभाग्य से उसके साथियों ने बचा लिया। वन प्रशासन ने संस्थान को बड़ी बिल्लियों को परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए 12 फुट ऊंची बाड़ लगाने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि बाघ अब जंगल में वापस चला गया है।