
भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को हरदा ज़िले के पांच अधिकारियों को हटा दिया, जिनमें चार पुलिस और एक ज़िला प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं। उन्हें इस महीने की शुरुआत में करणी सेना के सदस्यों पर हुए विवादास्पद लाठीचार्ज के मामले में हटा दिया गया है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यह कार्रवाई 12 और 13 जुलाई को करणी सेना के सदस्यों द्वारा की गई पुलिस कार्रवाई के जवाब में की गई है, जब वे धोखाधड़ी के एक मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करने पर विरोध प्रदर्शन तनावपूर्ण हो गया।
कार्रवाई के दौरान पुलिस कथित तौर पर राजपूत छात्रावास में घुस गई, सदस्यों को एक-एक करके हिरासत में लिया और उनकी जाति पूछकर कथित तौर पर उनकी पिटाई की। यह भी गंभीर आरोप लगे हैं कि पुलिस ने छात्रावास में रहने वाली महिलाओं के साथ भी मारपीट की।
इस कार्रवाई में पुलिस ने करणी सेना के ज़िला अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर को गिरफ्तार कर लिया, जिससे न केवल राजपूत समुदाय में बल्कि सामाजिक और राजनीतिक हलकों में भी व्यापक आक्रोश फैल गया।
सीएम के हस्तक्षेप के बाद एएसपी रामदास प्रजापति, एसडीओपी अर्चना शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी प्रहलाद मर्सकोले, यातायात प्रभारी संदीप सुनेत और एसडीएम कुमार शानू देवेदिया को फील्ड ड्यूटी से हटा दिया गया है। पांचों को अगले आदेश तक आईजी नर्मदापुरम कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।