
भोपाल। मोहन सरकार आज एक बार फिर 4,000 करोड़ का कर्ज लेने जा रही है। यह कर्ज तीन हिस्सों में लिया जाएगा, जिसमें 1,500-1,500 करोड़ के दो कर्ज और 1,000 करोड़ का एक कर्ज शामिल है। इससे पहले सरकार ने 26 अगस्त को बाजार से 4,800 करोड़ का कर्ज भी उठाया था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सरकार इस राशि का इस्तेमाल लाडली बहन योजना, सितंबर में मनाए जाने वाले सेवा पर्व और अलग-अलग बड़ी परियोजनाओं की किश्त चुकाने में करेगी।
कुल कर्ज़ ₹4.53 लाख करोड़ के पार
चालू वित्त वर्ष में मोहन सरकार अब तक मई, जून, जुलाई और अगस्त में कई बार कर्ज़ ले चुकी है। आज के कर्ज़ के बाद चालू वित्त वर्ष में अब तक लिया गया कुल कर्ज़ 31,900 करोड़ हो जाएगा। इसके साथ ही राज्य पर कुल बकाया ऋण बढ़कर ₹4,53,640.27 करोड़ हो जाएगा। 31 मार्च, 2025 तक, सरकार पर कुल ऋण ₹4,21,740.27 करोड़ था।
राजस्व अधिशेष का हवाला
सरकार का कहना है कि वह ऋण सीमा के भीतर ऋण ले रही है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकार ₹12,487.78 करोड़ के राजस्व अधिशेष में थी। उस वर्ष सरकार की कुल आय ₹2,34,026.05 करोड़ और व्यय ₹2,21,538.27 करोड़ थी। वित्त वर्ष 2024-25 के संशोधित अनुमानों के अनुसार, राज्य की आय ₹2,62,009.01 करोड़ और व्यय ₹2,60,983.10 करोड़ होने की संभावना है। इस प्रकार, ₹1,025.91 करोड़ का अनुमानित राजस्व अधिशेष है।