भोपाल। मध्य प्रदेश में राज्य पुलिस मुख्यालय वीवीआईपी ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को दिन में तीन बार भोजन के लिए मात्र 100 रुपए आवंटित करता है। कांस्टेबल से लेकर आईपीएस अधिकारी तक सभी रैंकों के लिए समान होने के कारण यह आवंटन इतना कम है कि कड़ी ड्यूटी करने वाले कर्मियों के लिए पर्याप्त मात्रा और गुणवत्ता वाले तीन बार भोजन की व्यवस्था करना मुश्किल है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जब भी कोई वीवीआईपी, जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या कोई केंद्रीय मंत्री, राजनीतिक या आधिकारिक कार्यक्रमों में आते हैं, तो कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, एएसआई, एसआई, डीएसपी, एएसपी और एसपी सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को ड्यूटी सौंपी जाती है। अधिकारियों के मुताबिक, कभी-कभी पुलिसकर्मियों को मेहमानों से कुछ दिन पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना पड़ता है, इसलिए उन्हें अपने भोजन के लिए अपनी जेब से खर्च करना पड़ता है।
सूत्रों ने बताया कि कैलोरी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए न्यूनतम 120 रुपए प्रति भोजन की आवश्यकता होती है। तीन बार के भोजन के लिए 100 रुपए के मौजूदा भत्ते में केवल पूड़ियां, थोड़ी सब्ज़ी और पानी वाली दाल ही मिल सकती है।
5% जीएसटी, पैकेजिंग शुल्क भी शामिल
एक रिजर्व इंस्पेक्टर ने बताया कि नाश्ते के लिए 30 रुपए और दोपहर और रात के खाने के लिए 35-35 रुपए आवंटित किए जाते हैं। इसमें पैकेजिंग शुल्क और 5% जीएसटी भी बजट में शामिल है।
गुज़ारा: इस आवंटन से काम चलाने के लिए विभाग केवल 65 रुपए का नाश्ता परोसता है। ठेकेदार को नाश्ते के रूप में चपाती, दाल, सब्ज़ी और चावल देने के लिए कहा गया है।
कैलोरी की मात्रा: सक्रिय पुरुषों (जो प्रतिदिन लगभग 5 किलोमीटर पैदल चलते हैं) को प्रतिदिन लगभग 2,800 से 3,000 कैलोरी की आवश्यकता होती है। महिलाओं के मामले में यह आवश्यकता 2,400 कैलोरी की है। आहार विशेषज्ञों का कहना है कि परोसा जाने वाला भोजन इन मानकों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।