
मुंबई। एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने गुरुवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ढांचे को सरल बनाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कम कर दरों से लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आएगा, जिससे वे ज्यादा खर्च करेंगे और इस तरह अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा चक्र बनेगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!चौहान ने जीएसटी स्लैब को चार से घटाकर सिर्फ़ दो करने के ‘ऐतिहासिक’ फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘उचित करों से बेहतर अनुपालन सुनिश्चित होगा और कर चोरी कम होगी। यह सुधार देश में समग्र आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।’
एनएसई प्रमुख ने आगे कहा कि यह फैसला न केवल प्रणाली को सरल बनाएगा, बल्कि आने वाले वर्षों में भारत के लिए 8 प्रतिशत से ज़्यादा जीडीपी विकास दर का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।
चौहान ने कहा, “मेरा हमेशा से मानना रहा है कि उचित करों से कर अनुपालन बढ़ेगा और कर चोरी में भारी कमी आएगी। इसलिए, दरों में कुल मिलाकर कमी से जटिलता कम होगी, जिसका अब निर्णय लिया गया है।”
उन्होंने याद दिलाया कि 2017 में जीएसटी लागू करना अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम था और नवीनतम युक्तिकरण भारत की आर्थिक विकास की कहानी को और मज़बूत करेगा।
उन्होंने आगे कहा, “वास्तव में 2017 में जीएसटी लागू करना अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम था और यह विशेष निर्णय यह सुनिश्चित करने में काफ़ी मददगार साबित होगा कि भारत आगे चलकर लगभग 8 प्रतिशत से अधिक की जीडीपी विकास दर हासिल कर सके।”
इस बीच बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को समाप्त कर दिया और केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दरें बरकरार रखीं। नया ढांचा 22 सितंबर से लागू होगा।
इन बदलावों के तहत हेयर ऑयल, शैम्पू, टूथपेस्ट और डेंटल फ्लॉस जैसी व्यक्तिगत देखभाल की वस्तुओं पर कर की दर कम कर दी गई है। 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। नमकीन, भुजिया, मिक्सचर और चबेना जैसे पैकेज्ड स्नैक्स को भी पहले के 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर स्लैब में डाल दिया गया है।