अहमदाबाद। गुजरात भाजपा ने एक बार फिर संगठन और सरकार में फेरबदल की शुरुआत की है। भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार के सभी 16 मंत्रियों के इस्तीफे गुरुवार को स्वीकार कर लिए गए और शुक्रवार को नए मंत्रिमंडल का गठन किया गया। भूपेंद्र पटेल की नई टीम में 25 मंत्री शामिल हैं, जिनमें से केवल 6 पूर्व मंत्रियों को ही शामिल किया गया है, लेकिन हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर के मंत्री बनने की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्रियों की संख्या 16 से बढ़ाकर 25 कर दी गई है। 2022 में नियुक्त 16 मंत्रियों में से 10 को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है और केवल छह को बहाल किया गया है। इसके अलावा, 19 नए चेहरे शामिल किए गए हैं।
दो साल बाद होने वाले गुजरात चुनाव से पहले जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के प्रयास में भाजपा ने भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। भाजपा ने मंत्रिमंडल में छह पुराने चेहरों को बरकरार रखा है और कुछ की जगह नए चेहरों को शामिल किया है।
भूपेंद्र की नई टीम में छह पुराने चेहरे लौटे
भूपेंद्र पटेल के नए मंत्रिमंडल में वापसी करने वाले छह पुराने चेहरों में ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, कुंवरजी बावलिया, प्रफुल पनसेरिया, पुरुषोत्तम सोलंकी और हर्ष संघवी शामिल हैं। ये सभी भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली 2022 की सरकार में भी मंत्री थे।
सभी 16 मंत्रियों ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया था, लेकिन शुक्रवार को भूपेंद्र पटेल की नई टीम में उन्हें फिर से शामिल कर लिया गया। संघवी पहले स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री थे, जबकि सोलंकी और पनसेरिया राज्य मंत्री थे। ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई और कुंवरजी बावलिया कैबिनेट मंत्री थे।
10 पूर्व मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाया गया
भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में बनी 2022 की सरकार में शामिल 16 मंत्रियों में से 10 नेताओं को नई टीम में शामिल नहीं किया गया। राघवजी पटेल, बलवंत सिंह राजपूत, भानुबेन बावरिया, मुलुभाई बेरा, कुबेरभाई डंडोर, बचुभाई खाबड़, जगदीश विश्वकर्मा, मुकेशभाई पटेल, भीमू सिंह परमार और कुंवरजी हलपति को नए मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। इस प्रकार, भूपेंद्र पटेल की टीम से 10 पूर्व मंत्रियों को हटा दिया गया है।
भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में कितना बदलाव?
गुजरात मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित 17 मंत्री थे, जिनमें आठ कैबिनेट मंत्री, दो राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और छह राज्य मंत्री शामिल हैं। अब यह संख्या बढ़कर 26 हो गई है। इसके अलावा, भूपेंद्र पटेल की पहली सरकार में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं था, लेकिन इस बार हर्ष संघवी को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है।
मंत्रिमंडल में छह नए और 19 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। त्रिकम छंग, स्वरूपजी ठाकोर, प्रवीण माली, पीसी बरंड, दर्शन वाघेला, कांतिलाल अमृतिया, रीवाबा जडेजा, अर्जुनभाई मोढवाडिया, डॉ. प्रद्युम्न, कौशिक वेकारिया, जितेंद्रभाई वाघानी, रमनभाई सोलंकी, कमलेशभाई पटेल, संजय सिंह महिदा, रमेशभाई कटारा, मनीषा वकील, ईश्वर सिंह पटेल, डॉ. जयरामभाई गामित और नरेशभाई पटेल शामिल हैं।
हर्ष सांघवी को बड़ी पदोन्नति
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल किया है। सूरत के रहने वाले हर्ष सांघवी को बड़ी पदोन्नति मिली है। उन्हें स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री से उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। राज्य पिछले चार वर्षों से उपमुख्यमंत्री विहीन है।
हर्ष सांघवी इससे पहले भूपेंद्र पटेल सरकार में गृह, परिवहन एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का कार्यभार संभाल चुके हैं। 2027 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए हर्ष सांघवी को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। वह गुजरात के छठे उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे पहले, नितिन पटेल राज्य के अंतिम उपमुख्यमंत्री थे।
हार्दिक और अल्पेश दोबारा मंत्री नहीं बन पाए
भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्रियों को शामिल किया गया है, जिससे मुख्यमंत्री सहित कुल मंत्रियों की संख्या 26 हो गई है। यह पिछली सरकार की तुलना में नौ ज़्यादा मंत्री हैं। हालाँकि, आरक्षण आंदोलन से पहचान बनाने वाले हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जयेश रादड़िया जैसे प्रमुख नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे हार्दिक पटेल गुजरात में एक प्रमुख हस्ती बन गए। इसी तरह, अल्पेश ठाकोर ने ठाकोर समुदाय की आवाज उठाकर अपनी राजनीतिक पहचान बनाई। दोनों युवा नेताओं ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की और फिर भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने 2022 का राज्य चुनाव भाजपा से लड़ा और विधायक बने, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।